केंद्र सरकार ने चुनाव सुधार की तरफ व्यापक दिशा में कदम बढ़ाते हुए वोटर आईडी कार्ड से आधार को लिंक करने वाले मसौदा विधेयक को मंजूरी दे दी है। हालांकि, विधेयक में यह भी साफ किया गया है कि दोनों कार्ड को लिंक करना अनिवार्य नहीं बल्कि स्वैछिक होगा। केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से मतदान वोट को आधार कार्ड से जोड़ने को मंजूरी दे दी गई है…

बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में चुनाव सुधार से जुड़ा यह फैसला लिया गया है. इस बिल के मुताबिक, आने वाले समय में वोटर आईडी कार्ड को उस शख्स के आधार नंबर से जोड़ा जाएगा. आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने का फैसला स्वैच्छिक होगा. आधार को वोटर आईडी से जोड़ने से फर्जी वोटर कार्ड से होने वाली धांधली रोकी जा सकेगी

चंडीगढ़ में प्रतिक्रिया देते हुए देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि यह अच्छा फैसला है… इससे एक आदमी के दो जगह वोट्स नहीं होंगे….अब तक ऐसा होता था कि कुछ लोग शहरों में आ जाते थे और वे शहरों में अपना वोट बनवा लेते थे… लेकिन गांव की वोट को नहीं कटवाते थे…आज के फैसले से एक आदमी एक वोट की अवधारणा बन जाएगी और मतदाता सूची में पारदर्शिता भी आएगी।

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